लक्ष्यपथ गीत
देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें ॥
सूरज हमें रौशनी देता, हवा नया जीवन देती है ।
भूख मिटने को हम सबकी, धरती पर होती खेती है ।
औरों का भी हित हो जिसमें, हम ऐसा कुछ करना सीखें ॥१॥
भूख मिटने को हम सबकी, धरती पर होती खेती है ।
औरों का भी हित हो जिसमें, हम ऐसा कुछ करना सीखें ॥१॥
गरमी की तपती दुपहर में, पेड़ सदा देते हैं छाया ।
सुमन सुगंध सदा देते हैं, हम सबको फूलों की माला ।
त्यागी तरुओं के जीवन से, हम परहित कुछ करना सीखें ॥२॥
सुमन सुगंध सदा देते हैं, हम सबको फूलों की माला ।
त्यागी तरुओं के जीवन से, हम परहित कुछ करना सीखें ॥२॥
जो अनपढ़ हैं उन्हें पढ़ाएँ , जो चुप हैं उनको वाणी दें ।
पिछड़ गए जो उन्हें बढ़ाएँ, समरसता का भाव जगा दें ।
हम मेहनत के दीप जलाकर, नया उजाला करना सीखें ॥३॥
पिछड़ गए जो उन्हें बढ़ाएँ, समरसता का भाव जगा दें ।
हम मेहनत के दीप जलाकर, नया उजाला करना सीखें ॥३॥
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लक्ष्यपथ
Unique Traditional Health and Living Revival Initiative being taken up by India's Largest Health NGO Arogya Bharti at Indo Pak Kutch Border Villages of Lakhpat Taluka , Gujarat.
VISION
An Initiative to Re- establish “स्वस्थ जीवन शैली” of Bharat at Bharat
MISSION
Bhartiya Traditional ways of Natural HEALTH and Empowered LIVING at Remotest and Last Mile Border Villages of Kutch, Gujarat